स्वास्थ्य मंत्री ने दिया 15 दिन का अल्टीमेटम दूषित जल संकट से निपटने निगम व SECL अधिकारियों को दी चेतावनी*
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने चिरमिरी के निगम व secl क्षेत्र का किया दौरा,

चिरमिरी। 17 अगस्त 25।
शहर में पीलिया के बढ़ते प्रकोप और दूषित पेयजल की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने रविवार को जिला कलेक्टर डी. राहुल वेंकट, SECL सीजीएम, नगर निगम महापौर, सीएचएमओ अविनाश खरे सहित प्रशासनिक एवं स्वास्थ्य अमले के साथ छोटा बाजार क्षेत्र का संयुक्त निरीक्षण किया।
दौरे के दौरान मंत्री ने फिल्टर प्लांट, पानी टंकी, वार्ड क्रमांक 20, 21, 22, 23 की साफ-सफाई, नालियों और सुलभ शौचालयों का बारीकी से निरीक्षण किया। इस मौके पर उन्होंने स्थानीय रहवासियों से बातचीत कर स्थिति की जानकारी ली।
*दूषित पानी बना बीमारी का कारण*
विदित हो कि पिछले कुछ सप्ताह से छोटा बाजार के विभिन्न वार्डों में दूषित पानी की आपूर्ति के चलते पीलिया फैलने की आशंका जताई जा रही थी। बड़ी संख्या में लोग पीलिया के लक्षणों से पीड़ित पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार जांच और इलाज की व्यवस्था की गई, मगर बीमारी पर पूरी तरह अंकुश नहीं लग पाया।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, पेयजल की गुणवत्ता को लेकर कई जांचें कराई गई हैं, जिनकी रिपोर्ट अभी लंबित है। हालांकि प्रारंभिक तौर पर आशंका जताई गई कि पीलिया के फैलाव के पीछे दूषित जल बड़ी वजह है।
*मंत्री का निगम व SECL पर गुस्सा*
निरीक्षण के दौरान दलगंजन दफाई क्षेत्र में वार्डवासियों की शिकायतें सुनने के बाद मंत्री जायसवाल निगम और SECL अधिकारियों पर भड़क उठे। उन्होंने सीजीएम चिरमिरी और प्रभारी निगम कमिश्नर को कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा –
“यदि 15 दिनों के भीतर सफाई और जल आपूर्ति संबंधी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो मैं कठोर कार्रवाई करूंगा और संबंधित अधिकारियों पर FIR भी दर्ज की जाएगी।”
*वाटर एटीएम पर नाराजगी*
इसके अलावा मंत्री ने शंभू चौक स्थित वाटर एटीएम का निरीक्षण किया, जो लंबे समय से बंद मिला। इस पर उन्होंने कलेक्टर को निर्देश दिए कि चिरमिरी में कम से कम 5 नए वाटर एटीएम शुरू किए जाएं और बंद पड़े वाटर एटीएम को तुरंत दुरुस्त किया जाए।
*कलेक्टर भी मानें – दूषित जल है बड़ी वजह*
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर डी. राहुल वेंकट ने भी स्वीकारा कि छोटा बाजार में पीलिया फैलने का प्रमुख कारण दूषित जल है। दौरे के बाद कलेक्टर ने तुरंत अधिकारियों की बैठक बुलाई और समस्या के स्थायी समाधान के निर्देश दिए।
*भारी संख्या में मौजूद रहे लोग*
निरीक्षण के दौरान भाजपा मंडल पदाधिकारी, महिला विंग, नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारी, SECL के अधिकारी, इंजीनियर, एमआईसी, पूर्व सभापति सहित बड़ी संख्या में वार्डवासी मौजूद रहे और उन्होंने अपनी समस्याएं मंत्री के समक्ष रखीं।